मुझे पतझडो की कहानियों ना सुना सुना कर उदास कर
तू खिजा का फूल है मुसकरा जो गुजर गया सो गुजर गया
वो उदास धूप समेट कर कही वादियो मे उतर चुका
उसे अब ना दे मेरे दिल सदा जो गुजर गया सो गुजर गया
बशीर बद्र
तू खिजा का फूल है मुसकरा जो गुजर गया सो गुजर गया
वो उदास धूप समेट कर कही वादियो मे उतर चुका
उसे अब ना दे मेरे दिल सदा जो गुजर गया सो गुजर गया
बशीर बद्र
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