15 की उम्र में मेट्रिक में 95% फिर 17 में science या commerce से +2
की पढाई कर के उसमे भी कुछ 90% जैसा ले आना | 20 से 21 साल की उम्र में या
तो इंजिनियर हो जाओ या फिर CA / CS और हाँ
फिर एक साल नौकरी कर के कहीं बड़ी जगह से MBA करने चले जाना | 26 -27 तक
education loan चुकाने में जुटे रहना फिर और 28 में तो एक सुन्दर सुशील
घरेलु कामकाजी व्यवहार कुशल खानदानी (लिस्ट लम्बी है) लड़की देख कर हाथ भी
पीले करने हैं तुम्हारे | और शादी हुई नहीं की "Good news कब दे रहे हो
बेटा ?? " वाले सवाल शुरू होंगे !! फिर 29 में पहला बच्चा और अगर कहीं पहली
लड़की हुई तो 31 में दूसरा !!
बाकि की जिन्दगी आराम से बच्चे पालने में काटना | ऐसे ही चलता है भाई !!
हमारे पुरखे ऐसा ही करते आये हैं !! तुम्हारे दूध के दांत टूटे नहीं आये हो
हमें सिखाने ? गधे हैं सारे लोग जो ऐसा ही करते आये हैं ? पुरातन काल से
यही व्यवस्था चलती आई है ! अरे मिल लेना पहले लड़की से कोई जबरदस्ती थोड़ी न
बाँध रहे तुम्हारे गले ? समाज को हमें भी जवाब देना होता है.. दस लोग जो
पूछने आते हैं आख़िर क्या बतायें उन्हें ?
बड़ी ही अच्छी व्यवस्था है भाई | जड़ और चेतन का फर्क है | जैसे किसी पत्थर को सुबह कहीं रख दीजिये, शाम में आइये वहीँ पड़ा मिलेगा | जड़ है, अपनी मर्ज़ी से थोड़ी हिलेगा | और चेतन ? भाई बकरी को खड़ा कर दो कहीं, मजाल है जो शाम में वहीं मिल जाए | क्या है की मन शरीर से चंचल होता है | अगर टिकने वाले विवाह चाहिए तो शरीर का करवाइए, मन थोड़े ऊँचे level की चीज़ है |
प्रेम होगा तो मन से होगा, शरीर से होगा नहीं, और ऐसे में जब शादी होगी तो वहां मौजूद सब लोगों को महसूस होगी | शादी उर्दू शब्द है "शाद" से बनता है और मतलब है ख़ुशी, जाइये किसी "Love Marriage" में जरा, न महसूस हो जाए ख़ुशी तो आ के बताइयेगा |
25 से 30 या 35 तक की उम्र से बेहतर समय मिलेगा नहीं दोबारा | पैसे भी होंगे इस वक़्त, ढेर सी जिम्मेदारियों का रोना नहीं होगा तो समय भी होगा, और उम्र साथ होगी इसलिए energy भी.. घूमो, दुनिया देखो, हो जाए प्यार तो होने दो.. छूटे साथ तो फिर नयी दुनियाँ तलाशो..
हुक्म सबका सुन चुके .. कभी अपनी भी सुन लो..
Anand Kumar
बड़ी ही अच्छी व्यवस्था है भाई | जड़ और चेतन का फर्क है | जैसे किसी पत्थर को सुबह कहीं रख दीजिये, शाम में आइये वहीँ पड़ा मिलेगा | जड़ है, अपनी मर्ज़ी से थोड़ी हिलेगा | और चेतन ? भाई बकरी को खड़ा कर दो कहीं, मजाल है जो शाम में वहीं मिल जाए | क्या है की मन शरीर से चंचल होता है | अगर टिकने वाले विवाह चाहिए तो शरीर का करवाइए, मन थोड़े ऊँचे level की चीज़ है |
प्रेम होगा तो मन से होगा, शरीर से होगा नहीं, और ऐसे में जब शादी होगी तो वहां मौजूद सब लोगों को महसूस होगी | शादी उर्दू शब्द है "शाद" से बनता है और मतलब है ख़ुशी, जाइये किसी "Love Marriage" में जरा, न महसूस हो जाए ख़ुशी तो आ के बताइयेगा |
25 से 30 या 35 तक की उम्र से बेहतर समय मिलेगा नहीं दोबारा | पैसे भी होंगे इस वक़्त, ढेर सी जिम्मेदारियों का रोना नहीं होगा तो समय भी होगा, और उम्र साथ होगी इसलिए energy भी.. घूमो, दुनिया देखो, हो जाए प्यार तो होने दो.. छूटे साथ तो फिर नयी दुनियाँ तलाशो..
हुक्म सबका सुन चुके .. कभी अपनी भी सुन लो..
Anand Kumar
No comments:
Post a Comment