Sunday 2 November 2014

कम आते है

मैनेँ दो चार किताबेँ तो पढी है,लेकिन
शहर के तौर तरीके मुझे कम आते है

खूबसूरत सा कोई हादसा आंखों मेँ लिये
घर की दहलीज़ पर डरे हुए हम आते है ॥

- बशीर बद् ।

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